मैँ सभी पृथ्वी वासीयों से अपील करता हूँ कि वे कृपया पशुओं और पक्षीयों पर दया करें। आप विचार करके देख़ें जब हमारी उंगली भी चाकू या ब्लेड से कट जाती है तो कितना दर्द होता है , तो उस बिचारे निरीह प्राणी पर क्या बीतती होगी जिसे निर्ममतापूर्वक काटकर तड़पने के लिए छोड दिया जाता है जब तक कि वह मर नहीं जाता है। आप विचार कीजिये जब आपको इस दुष्कृत्य की सजा भगवान की अदालत में मिलेगी तब आप पर क्या बीतेगी। इसलिए आप अपनी ही भलाई के लिए मांसाहार का त्याग करें।
आपका शुभचिंतक
प्रहलाद मिश्रा
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